कांकेर। जिले के कोयलीबेड़ा क्षेत्र में किसानों का आक्रोश मंगलवार को खुलकर सामने आया, जब पानीडोबीर में धान खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसानों ने सड़क पर उतरकर चक्का जाम कर दिया। किसानों के विरोध को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। स्थानीय किसानों का आरोप है कि पिछले साल पानीडोबीर में उपकेंद्र के रूप में धान खरीदी की गई थी, जिससे क्षेत्र के हजारों किसानों को भारी राहत मिली थी। लेकिन इस वर्ष अब तक खरीदी केंद्र शुरू नहीं किया गया है। इससे किसानों को लंबी दूरी तय कर अन्य केंद्रों में धान बेचने जाना पड़ रहा है, जो समय, श्रम और अतिरिक्त खर्च का कारण बन रहा है।
किसानों ने कहा कि जब तक प्रशासन पानीडोबीर में धान खरीदी केंद्र शुरू करने की आधिकारिक घोषणा नहीं करता, तब तक उनका धरना व चक्का जाम जारी रहेगा। प्रदर्शन स्थल पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं और लगातार नारेबाजी कर प्रशासन पर निर्णय लेने का दबाव बना रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी स्थिति को संभालने के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की है। अधिकारियों ने किसानों से चर्चा कर समाधान निकालने की कोशिश की, लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि धान खरीदी का समय सीमा 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक तय की गई है। ऐसे में खरीदी केंद्र में देरी होने से किसानों के धान की तौल और बिक्री पर सीधा असर पड़ेगा।
कई किसानों ने शिकायत की है कि देर से खरीदी शुरू होने से धान खराब होने का डर भी बढ़ जाता है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो यह आंदोलन और तेज किया जाएगा। इधर प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया है। कोयलीबेड़ा क्षेत्र में अचानक शुरू हुए इस चक्का जाम ने स्थानीय यातायात प्रभावित कर दिया है। प्रदर्शन के कारण कई वाहन सड़क पर फंस गए और लोगों को वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ रहा है। फिलहाल, पानीडोबीर के किसान धान खरीदी केंद्र शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि प्रशासन पर जल्द निर्णय लेने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
